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बचपन से ही था कलेक्टर बनने का सपना, इस प्रकार जागृति अवस्थी ने हासिल की यूपीएससी परीक्षा में सफलता

IAS Jagrati Awasthi ki kahani
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जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत की संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, हर साल भारत द्वारा आयोजित यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए लाखों अभ्यर्थी अपने सपने को पूरे करने के प्रयास से इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं ।

भारत की संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित की गई यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए कई अभ्यर्थी कोचिंग तो कई सेल्फ स्टडी का सहारा लेते हैं और इस परीक्षा को पास करने की कोशिश करते हैं परंतु कुछ गिने-चुने अभयार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं अर्थात अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन कर सामने आते हैं ।

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इसके साथ ही साथ इस परीक्षा को पास करने वाले कई अभ्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं परंतु अपने हौसले को बुलंद करके लगातार प्रयास करके सफलता हासिल करने का प्रयास करते हैं इसके विपरीत कई अभ्यर्थी असफलताओं से हार मानकर सफलता हासिल करने की उम्मीद छोड़ देते हैं ।

कुछ इस प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है आईएएस जागृति अवस्थी , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि जागृति अवस्थी ने अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने के बाद अपनी असफलताओं से सीख लेकर अपने दूसरे प्रयास में ऑल ओवर इंडिया में 2 रैंक हासिल कर अपने सपने को पूरा किया है।

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परिचय

जागृति अवस्थी मूल रूप से मध्यप्रदेश के भोपाल की रहने वाली है , जागृति बचपन से ही पढ़ाई में काफी अव्वल रही है और बचपन से ही जागृति का सपना था कि वह एक कलेक्टर बने, जागृति अवस्थी ने अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद कुछ साल भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) में कार्य भी किया था।

जागृति अवस्थी बचपन से ही कलेक्टर बनना चाहती थी इसलिए उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की नौकरी को छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया था और महज 2 सालों में अपनी रणनीति के बल पर उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की ।

समाज सेवा के लिए छोड़ी इंजीनियरिंग की नौकरी

जागृति अवस्थी ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई भोपाल से पूरी करने के बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के लिए मौलाना आजाद इंस्टिट्यूट में दाखिला लिया और यहां पर बीटेक की डिग्री हासिल की और अर्थात भारत के भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) मैं वर्ष 2017 से वर्ष 2019 तक कार्य भी किया ।

परंतु शुरू से ही जागृति अवस्थी के मन में कलेक्टर बनकर समाज सेवा करने की इच्छा थी इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी और अपनी नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की परीक्षा के लिए पहला प्रयास किया परंतु वह अपने पहले प्रयास में असफल रही।

इस दौरान जागृति ने हार नहीं मानी और अपनी इंजीनियरिंग की नौकरी को छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी के लिए खुद को पूर्ण रूप से समर्पित कर दिया ।

इस दौरान उन्होंने निश्चय कर लिया था कि वह इस बार अपने सपने को पूरा करके ही रहेंगे और इस दौरान उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में वर्ष 2020 में भारत द्वारा आयोजित की गई यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 2 रैंक हासिल कर अपने सपने को पूरा किया था ।

करोना काल के समय खुद को रखा अधिक मोटिवेट

बातचीत के दौरान जागृति अवस्थी बताती है कि करोना काल के समय में सभी कोचिंग सेंटर बंद थे इस दौरान खुद को घर में रहकर मोटिवेट करना काफी आवश्यक था इस दौरान वह घर में रहकर 12 से 14 घंटे पढ़ाई किया करती थी , अपनी सेल्फ स्टडी के साथ ही साथ उन्होंने इंटरनेट का भी सहारा लिया।

सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि जागृति अवस्थी ने अपने सपने को पूरे करने के लिए अपने पहले प्रयास में असफलताओं से सीख लेकर अपने दूसरे प्रयास में अच्छी रणनीति के साथ ऑल ओवर इंडिया में 2 रैंक हासिल करके सिविल सेवा के अपने सपने को पूरा किया है।

अन्य अभ्यर्थियों के लिए सलाह

आईएएस जागृति अवस्थी का कहना है कि अगर आपकी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो आपको लगातार खुद को मोटिवेट रखना होगा क्योंकि परिस्थितियां काफी कठिन हो सकती है इसलिए सदैव खुद को मोटिवेट रखें।

साथ ही साथ जागृति का कहना है कि अगर आप रणनीति बनाकर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करेंगे तो सफलता को हासिल करना काफी आसान हो जाएगा अर्थात खुद को मोटिवेट रखें और लगातार प्रयास करते रहे सफलता आपको अवश्य मिलेगी । इस तरह की बहोत सारी Success and motivational stories  आप www.hindifeeds.com पर जा के भी आप पढ़ सकते हैं । 

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